मामले की जानकारी देते मनीषा के दादा रामकिशन।
भिवानी की टीचर मनीषा मर्डर मिस्ट्री मामले में परिवार वाले पहली बार मीडिया के सामने आए। उन्होंने 11 अगस्त की सुबह मनीषा के घर से जाने से लेकर 13 अगस्त को शव मिलने तक की पूरी कहानी बताई। दैनिक भास्कर से बातचीत में दादा रामकिशन ने कहानी को कड़ी दर कड़ी जो
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उन्होंने कहा कि उनकी पोती की हत्या हुई है। लेकिन अब उसके सुसाइड की बात कही जा रही है। अगर यह सुसाइड भी है, तो साबित किया जाए। वो अपनी दूसरी पोती के सहारे जी लेंगे। वहीं, मनीषा की मां ने बेटी के लिए न्याय की मांग की है।
परिवार को कैसे मिस कॉल से बेटी के साथ कुछ अनहोनी का आभास हुआ और किन लोगों पर उन्हें शक है, पढ़िए पूरी खबर।

मामले की जानकारी देते मनीषा के दादा रामकिशन।
सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, तीन की पूरी कहानी दादा की जुबानी…
- 11 अगस्त, बस में बैठकर गई कॉलेज: दैनिक भास्कर से बातचीत में दादा रामकिशन ने बताया कि मनीषा 11 अगस्त की सुबह 7:30 बजे गई थी। वो एक स्कूल में पढ़ाती थी। घर के बाहर ही बस उसे लेने आती थी। उसने एक ही महीना नौकरी की थी। उसकी इच्छा थी कि उसे कॉलेज में एडमिशन दिलवा दिया जाए। वो उस दिन कॉलेज मनीषा कॉलेज गई थी।
- बस ड्राइवर को लेट होने का बताया: उन्होंने बताया कि मनीषा रोजाना दोपहर 3:30 बजे बस से ही लौट आती थी। उस दिन नहीं आई, तो मैंने बस चालक विजय को कॉल किया। विजय ने बताया कि मनीषा ने उसे कहा था कि अंकल जी आप चले जाना, मुझे कॉलेज में कुछ काम है, मैं लेट आऊंगी।
- एक मिनट बाद कॉल बैक से हुआ अनहोनी का शक: दादा ने कहा शाम 4:30 बजे मैंने अपने बेटे व मनीषा के पिता संजय को फोन किया और कहा कि बेटा मनीषा तो घर नहीं आई। जिस पर संजय ने कहा कि उसे कॉलेज में थोड़ा काम है, वो शाम 5:30 बजे वाली सिंघानी से आने वाली बस से आ जाएगी, वो 6:30 बजे घर लौट आएगी। शाम करीब 6:26 बजे मनीषा ने संजय को कॉल की, लेकिन बातचीत नहीं हो पाई। 6:27 पर उसे कॉल बैक की तो एक बेल के बाद फोन कट गया। इसके बाद फोन नहीं लगा। तभी से उसके साथ कुछ अनहोनी होने का शक हो गया था।
- डायल 112 पुलिस बोली- भाग गई होगी: इसके बाद संजय ने डायल 112 पर कॉल की और कहा कि उसकी लड़की मनीषा कॉलेज में गई थी, लेकिन वो बाहर नहीं आई है। पुलिस उसे बोली की क्यों टेंशन ले रहा है। लड़की है, भाग गई होगी। जिस पर संजय ने कहा कि मेरी बेटी भागी है या नहीं, ये बताना आपका काम नहीं है। आप कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे चेक करो। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
- घर आकर पुलिस बोली- कोई जबरदस्ती उठा ले गया होगा: पुलिस ने कॉलेज के बाहर मौके पर पूछा कि मनीषा आई थी, वहां मौजूद लोगों ने मना किया और पुलिस चली गई। जिन तीन लोगों से पुलिस ने मनीषा के बारे में मौके पर पूछा, उनमें से दो ने शराब पी हुई थी। उन्होंने मना किया तो पुलिस ने मान लिया। इसके बाद पुलिस घर आई। यहां आने के बाद मुझसे पुलिस वाले ने कहा कि बाबा जी, लड़की या तो भाग गई, या फिर कोई जबरदस्ती उठा ले गया है।
- 12 अगस्त को परिवार पहुंचा कॉलेज: 12 अगस्त की दोपहर को परिवार वाले उसके कॉलेज गए थे। जहां उन्होंने मनीषा के बारे में पूछताछ की। परिवार का दावा है कि उन्हें वहां पता लगा कि मनीषा कॉलेज आई थी। जब उन्होंने सीसीटीवी कैमरे चेक करवाने को कहा था तो उन्हें कहा गया कि अब कॉलेज की छुट्टी हो गई है, वे कल सुबह आए।
कॉलेज के दो सीनियर पर परिवार को शक: कॉलेज से बाहर निकलने के बाद परिवार वालों ने आस-पास पूछताछ की तो उन्हें पता लगा कि कॉलेज के बाहर एक काले शीशे वाली गाड़ी घूम रही थी, जिसमें दो लोग सवार थे। परिवार का आरोप है कि ये दो लोग कॉलेज में मनीषा के सीनियर है, जिन्होंने ही मनीषा की हत्या की है।
13 अगस्त की सुबह परिवार वालों को मनीषा के शव पड़े होने की सूचना मिली। मनीषा का कॉलेज उसके घर से करीब 8 किलोमीटर दूर है। जबकि जिन खेतों में उसका शव मिला है, वह कॉलेज से और 500 मीटर की दूरी पर है।