काशी विश्वनाथ मंदिर में सफेद उल्लू दिखने से मचा हंगामा
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में बीते दिनों शयन आरती के दौरान सफेद उल्लू बार-बार शिखर पर बैठते हुए देखा गया। यह दृश्य भक्तों और पुजारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
सनातन धर्म में उल्लू की मान्यता
हिंदू मान्यताओं के अनुसार उल्लू माता लक्ष्मी का वाहन है। खासकर सफेद उल्लू को धन, ऐश्वर्य और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
ज्योतिषाचार्यों की राय – क्यों है यह शुभ संकेत?
20 अगस्त को त्रयोदशी-चतुर्दशी तिथि के संयोग पर उल्लू का प्रकट होना लक्ष्मी कृपा और आने वाले समय में समृद्धि का दैवीय संदेश माना जा रहा है।
महाकाल और बद्रीनाथ मंदिर में भी चमत्कार
हाल ही में उज्जैन महाकाल मंदिर और राजस्थान के टोंक स्थित बद्रीनाथ मंदिर में भी ऐसी रहस्यमयी घटनाएँ हुईं, जिन्हें लेकर श्रद्धालुओं में उत्सुकता बढ़ी है।
भक्तों और धर्माचार्यों की प्रतिक्रियाएँ
स्थानीय पुजारियों और श्रद्धालुओं का मानना है कि यह दिव्य संकेत दीपावली और देव दीपावली से पहले माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा का प्रतीक है।
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