कोलकाता43 मिनट पहले
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पुलिस ने बताया कि आरोपी टीचर मनोज कुमार पाल ने किडनैपिंग के बाद हत्या की बात कबूल की है।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में 20 दिनों से लापता 7वीं क्लास की छात्रा की सड़ी हुई लाश मंगलवार को बोरे में मिली। शव के टुकड़े-टुकड़े करके पानी में फेंका गया था। पुलिस ने बुधवार को छात्रा के स्कूल टीचर मनोज कुमार पाल को गिरफ्तार किया है।
छात्रा के परिवार ने आरोपी मनोज कुमार पाल पर किडनैपिंग के बाद बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। न्यूज एजेंसी PTI ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि टीचर कई दिनों से लड़की का यौन शोषण कर रहा था।
अधिकारी के मुताबिक, लड़की के माता-पिता ने बताया कि टीचर ने उनकी बेटी को कई बार गलत तरीके से छुआ था। लड़की ने खुद अपनी मां को इसकी जानकारी दी थी। उसके लापता होने के बाद, छात्रा की मां ने पुलिस को मामले की सूचना दी थी।
पीड़ित परिवार के वकील अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमें शक है कि हत्या से पहले लड़की के साथ कई दिनों तक रेप किया गया था। पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए। इधर, आदिवासी समुदाय के सदस्यों ने बुधवार को लापरवाही का आरोप लगाते हुए रामपुरहाट पुलिस स्टेशन के बाहर घंटों विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस ने कालीडांगा गांव के पास पानी वाले इलाके से छात्रा का सड़ा हुआ शव बरामद किया।
टीचर ने हत्या और शव फेंकने की बात मानी PTI के अनुसार, टीचर की भूमिका पर संदेह होने पर, पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। लंबी पूछताछ के बाद, उसने छात्रा के अपहरण, हत्या और फिर शव फेंकने की बात मान ली है। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि लड़की 28 अगस्त को ट्यूशन क्लास जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन जब वापस नहीं लौटी, तो परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बाद में आरोप लगाया कि टीचर मनोज कुमार पाल ने उसका अपहरण कर लिया है।
हत्या का कारण पता लगाने में जुटी पुलिस मंगलवार सुबह पुलिस ने उसका क्षत-विक्षत शव बरामद किया। SP अमनदीद ने फोन पर बताया कि छात्रा के शव के टुकड़े-टुकड़े करके पानी में फेंका गया था। हालांकि, परिवार की तरफ से अभी तक रेप का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
पुलिस ने कहा कि टीचर ने छात्रा की हत्या क्यों की और क्या हत्या से पहले उसका शोषण किया था, इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, शव के सड़ने के कारण जांच में मुश्किलें आ रही हैं। गिरफ्तार टीचर को नौ दिनों से पुलिस हिरासत में रखा गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
बंगाल में इस महीने रेप की 3 घटनाएं हुईं
1. 5 सितंबर: जन्मदिन पर 20 साल की लड़की का रेप कोलकाता के रीजेंट पार्क इलाके में 20 साल की लड़की का उसके जन्मदिन पर दो युवकों ने गैंगरेप किया। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित की दोनों आरोपियों से पहचान थी। एक आरोपी लड़की को उसका बर्थडे मनाने के लिए अपने दोस्त के घर ले गया। वहां उन्होंने खाना खाया। जब पीड़ित ने कहा कि वह घर लौटना चाहती है, तो आरोपियों ने उसे रोककर रेप किया।

पुलिस ने बताया आरोपियों की पहचान दीप और चंदन मलिक के रूप में हुई है।
2. 14 सितंबर: सरकारी हॉस्पिटल में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी से रेप बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले में पंसकुरा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में एक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी के साथ उसके मैनेजर ने रेप किया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपी जहीर अब्बास खान ने उसे अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर स्थित अपने कमरे में बुलाया और उसका रेप किया। पुलिस ने अगले दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पिछले साल आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में 8 अगस्त 2024 की रात ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में मिली थी। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने संजय रॉय नाम के सिविक वॉलंटियर को 10 अगस्त को अरेस्ट किया था। इस साल की शुरुआत में एक स्थानीय अदालत ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। यह केस देश के सबसे चर्चित रेप मामलों में से एक है।
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हाईकोर्ट ने कहा- नाबालिग का ब्रेस्ट पकड़ना, नाड़ा तोड़ना रेप नहीं, SC बोला- टिप्पणी असंवेदनशील

सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले पर रोक लगा दी है, जिसमें HC ने कहा था कि नाबालिग लड़की के ब्रेस्ट पकड़ना और उसके पायजामे के नाड़े को तोड़ना रेप या अटेम्प्ट टु रेप नहीं है। जस्टिस बीआर गवई और एजी मसीह की बेंच ने कहा, “हाईकोर्ट के ऑर्डर में की गई कुछ टिप्पणियां पूरी तरह असंवेदनशील और अमानवीय नजरिया दिखाती हैं।” पूरी खबर पढ़ें…