दरअसल तोरई का वैज्ञानिक नाम लुफ्फा एक्युटंगुला है। अमेरिकी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक तोरई का पौधा मुख्य रूप से भारत, चीन, जापान, मिस्र और अफ्रीका के कई हिस्सों में पाया जाता है। यह पौधा भारतीय देसी इलाज में कई तरह की बीमारियों के लिए काम आता है, जैसे पीलिया, शुगर (डायबिटीज), बवासीर, दस्त, सिरदर्द, दाद और कुष्ठ जैसी पुरानी स्किन की बीमारियों में भी इसका यूज किया जाता है।