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लेह13 मिनट पहले
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सोमन वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो
सोमन वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने सोमवार को दो फोटो X पोस्ट की। इसमें एक में बांग्लादेश के एडवाइजर मोहम्मद यूनुस के साथ पीएम मोदी और दूसरी में यूनुस के साथ सोनम वांगचुक नजर आ रहे हैं। इसके कैप्शन में गीतांजलि ने लिखा- अगर पीएम मोदी यूनुस से मिल सकते हैं, तो सोनम वांगचुक के मिलने में क्या समस्या है?
उनकी यह पोस्ट ट्रोलर्स को जवाब है, जो कह रहे हैं कि सोनम वांगचुक ने बांग्लादेश की सरकारी गिराने की साजिश की है।

इसी तरह, रविवार को भी एक्स पर पोस्ट में गीतांजलि ने सवाल किया कि अगर भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेल सकता है, तो वांगचुक को यूएन इवेंट के लिए क्यों पूछताछ की जा रही है।

2020 की है यूनुस और वांगचुक की फोटो
यूनुस के साथ वांगचुक की फोटो 2020 की है। दोनों ने ढाका में ब्रिटिश हाई कमीशन के एक कार्यक्रम में मुलाकात की थी। उस समय शेख हसीना सत्ता में थीं। हसीना को अगस्त 2024 में छात्र आंदोलनों के कारण पद से हटना पड़ा, जो कोटा सिस्टम और भ्रष्टाचार के खिलाफ थे। यूनुस को एडवाइजर बनाया गया।
बैंकॉक में 2025 में मोदी से मिले थे यूनुस
पीएम मोदी और यूनुस की फोटो अप्रैल 2025 की है, जब वे थाईलैंड के बैंकॉक में एक शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बाद में कहा कि बैठक में ढाका से आने वाली बयानबाजी, कट्टरवाद और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चिंता जताई गई थी।
शेख हसीना के हटने के बाद यूनुस के नेतृत्व में दिल्ली-ढाका संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों की आलोचना की है। हसीना का भारत में निर्वासन संबंधों में विवाद का मुद्दा बना हुआ है।
सोमवार को गीतांजलि अंगमो ने कहा था- लेह में हिंसा के लिए CRPF जिम्मेदार

सोमवार को न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर दिए गए इंटरव्यू में गीतांजलि अंगमो ने पति पर पाकिस्तान से जुड़े होने के आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने आगे कहा था कि 4 सितंबर की हिंसा के लिए CRPF जिम्मेदार है। अंगमो ने स्पष्ट किया कि उनके पति की पाकिस्तान की यात्राएं जलवायु परिवर्तन से जुड़ी थीं। कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित सम्मेलन में गए थे। हिमालय के ग्लेशियर के पानी में हम भारत या पाकिस्तान नहीं देखते।
गीतांजलि अंगमो हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव लर्निंग (एचआईएएल) की सह-संस्थापक हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने पति से संपर्क नहीं कर पाई हैं। गिरफ्तारी का आदेश अभी तक नहीं मिला है और वे कानूनी कार्रवाई करेंगी। पूरी खबर पढ़ें…
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24 सितंबर की हिंसा में 3 युवा और 46 वर्षीय एक पूर्व सैनिक सेवांग थार्चिंग मारे गए थे। थार्चिंग करगिल युद्ध लड़ चुके थे। 1996 से 2017 तक सैनिक और लद्दाख स्काउट्स के हवलदार के रूप में सैन्य सेवा दे चुके थे। इन चार में से दो जिग्मेट दोरजय और स्टांजिन नामज्ञाल का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ। लोकल और राष्ट्रीय मीडिया भी इसमें शामिल होना चाहता था, लेकिन जिग्मेट के घर से 200 मी. पहले ही पुलिस ने रोककर कहा- इजाजत नहीं है। पूरी खबर पढ़ें…
सोनम वांगचुक के समर्थन में जोधपुर-जेल के बाहर पहुंचा युवक:बोला- लेह-लद्दाख के सभी नागरिक देशभक्त; पुलिस ने डिटेन किया

लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को 26 सितंबर को जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। शनिवार को उनके समर्थन में एक युवक तिरंगा लिए जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर पहुंच गया। भारत माता की जय के नारे लगाने लगा। युवक ने अपना नाम विजयपाल बताया। वह चूरू जिले के सुजानगढ़ का रहने वाला है। उसे पुलिस ने डिटेन किया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पूरी खबर पढ़ें…