नागपुर40 मिनट पहले
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(फाइल फोटो)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) गुरुवार को विजयादशमी पर संगठन के शताब्दी समारोह की शुरुआत करेगा। यह कार्यक्रम सुबह 7:40 बजे नागपुर के रेशम बाग मैदान में होगा। इसमें 21000 स्वयंसेवक भाग लेंगे।
विजयादशमी पर संघ प्रमुख मोहन भागवत सबसे पहले शस्त्र पूजन करेंगे। इसके बाद योग, प्रात्यक्षिक, नियुद्ध, घोष, प्रदक्षिणा का आयोजन किया जाएगा।
इस समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. रामनाथ कोविंद बुधवार को नागपुर पहुंच गए हैं। विजय दशमी उत्सव संघ की देशभर की 83 हजार से अधिक शाखाओं में भी मनाया जाएगा।
संघ विजयादशमी पर अपना स्थापना दिवस मनाता है। 1925 में विजयादशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने RSS की शुरुआत की थी।
घाना, इंडोनेशिया से भी मेहमान शामिल होंगे विजयादशमी उत्सव में लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलित, दक्षिण भारत की कंपनी डेक्कन समूह से केवी कार्तिक और बजाज समूह से संजीव बजाज को भी आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने इस उत्सव में विदेशी मेहमानों को भी आमंत्रित किया है। इसमें घाना, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, यूके, यूएसए शामिल हैं।

अपडेट्स
01:11 PM1 अक्टूबर 2025
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यह संघ का स्वर्णिम काल है- कोविंद
बुधवार को नागपुर पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आरएसएस के 100 साल पूरे होने पर कहा, हमारे देश ने बहुत विकास किया है। यह संघ का स्वर्णिम काल है। हर कोई चाहता है कि हमारा देश ‘विकसित देश’ बने। हम 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
09:32 AM1 अक्टूबर 2025
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मोदी ने डाक टिकट और सिक्का जारी किया
PM नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी समारोह में बुधवार को नई दिल्ली में कहा, “संघ के स्वयंसेवकों ने कभी कटुता नहीं दिखाई। चाहे प्रतिबंध लगे, या साजिश हुई हो। सभी का मंत्र रहा है कि जो अच्छा है, जो कम अच्छा, सब हमारा है।
उन्होंने इस मौके पर RSS के योगदान को दर्शाने वाला स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक जो लगातार देश सेवा में जुटे हैं। समाज को सशक्त कर रहे हैं, इसकी भी झलक इस डाक टिकट में है। मैं इसके लिए देश को बधाई देता हूं।

डाक टिकट पर ‘राष्ट्र सेवा के 100 वर्ष (1925-2025)’ लिखा है। सिक्के पर एक तरफ ₹100, सत्यमेव जयते और भारत/INDIA लिखा है। दूसरी तरफ, भारत माता और संघ कार्यकर्ताओं की आकृति उकेरी गई। साथ में लिखा है ‘राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के 100 वर्ष (1925-2025)’
मोदी के स्पीच की 3 बड़ी बातें, कहा-हमें घुसपैठियों से बड़ी चुनौती मिल रही
- 100 साल पहले RSS की स्थापना संयोग नहीं था: PM ने कहा, अन्याय पर न्याय,अंधकार पर प्रकाश की जीत… यह भारतीय संस्कृति के विचार और विश्वास का कालजयी उद्घोष है। ऐसे महान पर्व पर 100 साल पहले RSS की स्थापना संयोग नहीं था। ये हजारों साल की परंपरा का पुनरुत्थान था, जिसमें राष्ट्र चेतना समय समय पर उस युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए नए अवतारों में प्रकट होती है। संघ उसी अनादि राष्ट्र चेतना का पुण्य अवतार है।
- संघ और स्वयंसेवकों का एक ही उद्देश राष्ट्र प्रथम: समाज के कई क्षेत्रों में संघ लगाातार काम कर रहा है। संघ की एक धारा, बंटती तो गई, लेकिन उनमें कभी विरोधाभास पैदा नहीं हुआ, क्योंकि हर धारा का उद्देश्य, भाव एक ही है, राष्ट्र प्रथम। अपने गठन के बाद से ही RSS विराट उद्देश्य लेकर चला राष्ट्र निर्माण, इसके लिए जो रास्ता चुना। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, जो पद्धति चुनी वह थी शाखा।
- हमें घुसपैठियों से बड़ी चुनौती मिल रही: दूसरे देशों पर आर्थिक निर्भरता,डेमोग्राफी में बदलाव के षड्यंत्र जैसी चुनौतियों से हमारी सरकार तेजी से निपट रही है। स्वयंसेवक होने के नाते मुझे खुशी है कि संघ ने इसके लिए ठोस रोडमैप भी बनाया है। घुसपैठियों से बड़ी चुनौती मिल रही है। हमें इससे सतर्क रहना है।
09:30 AM1 अक्टूबर 2025
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शताब्दी समारोह: इस दशहरे से अगले दशहरे तक देश में ये कार्यक्रम होंगे
1. विजयादशमी उत्सव: मंडल और बस्ती स्तर पर गणवेश वाले स्वयंसेवक व उनके परिवारों की भागीदारी। देशभर में 2 अक्टूबर से, बंगाल में महालया से शुरुआत।
2. गृह संपर्क अभियान: हर घर जाकर 15 मिनट संघ की जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम तीन सप्ताह तक चलेगा।
3. जन गोष्ठियां: मजदूर यूनियन, ऑटो चालकों और प्रबुद्ध वर्ग के बीच संवाद।
4. हिंदू सम्मेलन: नगर और खंड स्तर पर सामाजिक वर्गों को जोड़ने वाले सम्मेलन। पहले 1989 और 2006 में हुए थे।
5. सद्भाव बैठकें: 1 माह प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, संस्थाओं व संतों की सहभागिता।
6. युवा सम्मेलन: 15-40 वर्ष के युवाओं के लिए सम्मेलन, जिसमें खेल-कूद भी।
7. शाखा विस्तार: एक सप्ताह सुबह और शाम की शाखाओं का देशभर में विस्तार।
09:29 AM1 अक्टूबर 2025
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आरआरएस के बारे में जानिए

09:29 AM1 अक्टूबर 2025
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2024 विजयादशमी: भागवत ने कहा था- बांग्लादेशी हिंदुओं को पूरी दुनिया की मदद चाहिए

नागपुर में सुबह हुए पथ संचलन के बाद RSS चीफ मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की।
2024 में विजयादशमी पर मोहन भागवत ने बांग्लादेश, कोलकाता रेप-मर्डर, देश में बढ़ती हिंसक घटनाओं, इजराइल-हमास युद्ध और जुलूसों पर पथराव जैसे मुद्दों पर बात की थी।
संघ प्रमुख ने कहा था, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला हो रहा है। वक्त की मांग यह है कि उन्हें न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया से मदद मिलनी चाहिए। भागवत ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह समाज की सबसे शर्मनाक घटना है।”
09:23 AM1 अक्टूबर 2025
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2023 विजयादशमी: भागवत ने कहा था- कुछ लोग नहीं चाहते भारत में शांति हो

2023 में विजयादशमी पर मोहन भागवत ने कहा था, “कुछ लोग नहीं चाहते कि भारत में शांति हो। समाज में कलह फैलाने की कोशिश हो रही है। मणिपुर में जो हो रहा, करवाया जा रहा है। सांस्कृतिक मार्क्सवादी समाज में अराजकता फैला रहे हैं।”