प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (मंगलवार को) आपदाग्रस्त घोषित राज्य हिमाचल आ रहे हैं। पीएम मोदी प्रदेश में बीते दिनों बादल फटने, बाढ़ और लैंडस्लाइड से हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। एरियर सर्वे के बाद मोदी धर्मशाला में प्रदेश सरकार के साथ मीटिंग कर
.
इस बैठक में पीएम को प्रेजेंटेशन के माध्यम से आपदा से हुए नुकसान की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रधानमंत्री से हिमाचल को स्पेशल पैकेज देने और आपदा प्रभावितों को राहत देने के लिए नियमों में छूट देने का आग्रह करेंगे।
प्रदेश में आपदा के कारण बड़ी संख्या में लोग लैंडलेस हुए हैं। इससे कई लोगों के पास मकान बनाने को भी जमीन नहीं बची। राज्य सरकार फॉरेस्ट राइट एक्ट के कारण ऐसे लोगों को मकान बनाने को भी जमीन नहीं दे पा रही। लिहाजा पीएम से लैंडलेस लोगों को मकान बनाने के लिए एक बीघा जमीन देने का आग्रह किया जाएगा।
पीएम मोदी के साथ होने वाली मीटिंग में मुख्यमंत्री सुक्खू के अलावा नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

हिमाचली टॉपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
11.15 बजे गगल एयरपोर्ट उतरेंगे PM मोदी
इससे पहले, पीएम मोदी आपदा प्रभावित जिला कुल्लू और मंडी का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। पीएम का सुबह 11.15 बजे कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पहुंचने का कार्यक्रम है। इसके बाद, मीटिंग के लिए धर्मशाला जाएंगे। आधे घंटे की मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री चंबा का भी एरियर सर्वे करके जम्मू कश्मीर जाएंगे।
हिमाचल को बंधी स्पेशल पैकेज की आस
पीएम मोदी के इस दौरे से हिमाचल को आर्थिक पैकेज की आस बंधी है। हिमाचल में भारी बारिश से बड़ी तबाही हुई है। राज्य में 4122 करोड़ रुपए की सरकारी व प्राइवेट संपत्ति नष्ट हो गई है। मानसून सीजन में 370 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 69 लोगों की जान लैंडस्लाइड, बाढ़ और बादल फटने से गई है, जबकि 41 लोग लापता है।

हिमाचल में आपदा से हुए नुकसान की तस्वीरें।
केंद्र से पूरे नुकसान की भरपाई चाह रही सरकार
हिमाचल में आपदा से 4122 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति तबाह हो चुकी है। आर्थिक संकट झेल रही राज्य सरकार चाह रही है कि इसकी भरपाई केंद्र सरकार करें। अभी हिमाचल सरकार अपने संसाधनों से आपदा प्रभावितों की मदद कर रही है। सुक्खू सरकार ने साल 2023 और 2024 की तर्ज पर इस साल भी स्पेशल पैकेज की घोषणा की है। इसके तहत जिनके पूरी तरह घर टूटे हैं, उन्हें 7 लाख रुपए, आंशिक नुकसान पर एक लाख रुपए दिए जा रहे हैं।
दुकानें व ढाबे क्षतिग्रस्त होने पर भी एक लाख रुपए, आपदा में जिन किराएदार का सामान बह गया है उन्हें 50 हजार, मकान मालिक का सामान बहने पर 70 हजार, गाय-भैंस आपदा में बहने पर 55 हजार, गौशाला बनाने को 50 हजार, बगीचा में मलबा आने पर 6 हजार प्रति बीघा, जमीन बहने पर 10 हजार प्रति बीघा, पॉलीहाउस टूटने पर 25 हजार प्रति पॉलीहाउस, घर में सिल्ट आने पर 50 हजार रुपए दे रही है।

6344 घरों को नुकसान
राज्य में भारी बारिश से 1204 लोगों के घर पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 5140 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। मानसून सीजन के दौरान 26 हजार 955 पालतू मवेशी भी आपदा का शिकार बने हैं।
कई गांव देश-प्रदेश से कटे
इस आपदा के कारण चंबा, मंडी, कुल्लू, शिमला में सैकड़ों गांव ऐसे है जिनका कई कई दिनों से जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। कई जगह डेढ़ सप्ताह से बिजली गुल है। मोबाइल नेटवर्क भी कई गांव में अब तक रिस्टोर नहीं हो पाया। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से प्रदेशवासियों को राहत राशि की आस बंध गई है। प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर बताते रहे हैं। ऐसे में पीएम का हिमाचल दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है।