इस सर्जरी के लिए डॉक्टरों ने एक क्लोन सुअर का इस्तेमाल किया था, जिसमें 10 जीन एडिट किए गए थे ताकि इंसान के शरीर में संक्रमण या रिजेक्शन की संभावना न रहे। जैसे ही लिवर ट्रांसप्लांट किया गया, वह तुरंत काम करने लगा। सुअर के लिवर ने खून को फिल्टर करना, बाइल बनाना और शरीर से टॉक्सिन्स निकालना शुरू कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद मरीज के शरीर में कोई शुरुआती जटिलता नहीं दिखी, और सभी महत्वपूर्ण फंक्शन सामान्य रहे।