मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह नई खोज नीदरलैंड्स कैंसर इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों द्वारा की गई। उन्होंने बताया कि ये लार ग्रंथियां गले के उस हिस्से में स्थित हैं जो नाक के पीछे के हिस्से के पास होता है, जिसे “Nasopharynx” कहा जाता है। अब तक इस क्षेत्र को खाली माना जाता था, लेकिन नई स्टडी में साफ हो गया है कि यहां भी एक अहम अंग मौजूद है। इस खोज में आधुनिक इमेजिंग तकनीक “PSMA PET-CT” का इस्तेमाल किया गया, जिसे आम तौर पर प्रोस्टेट कैंसर(Prostate Cancer) की जांच में प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में रेडियोएक्टिव ट्रेसर का उपयोग होता है, जो खास प्रकार के प्रोटीन (PSMA) से बाइंड हो जाता है और इमेजिंग में उन कोशिकाओं को हाइलाइट करता है। इसी तकनीक के दौरान वैज्ञानिकों ने इन नई ग्रंथियों को देखा।