इस वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF 2025) में जून 2025 में घोषित किया गया था। इसमें 48 वॉलंटियर्स ने हिस्सा लिया। इस फोरम में रूस ने अपने मेडिकल रिसर्च और बायोटेक्नोलॉजी के प्रगति को भी दिखाया। अब ट्रायल सफलतापूर्वक खत्म हो गए हैं, और सिर्फ मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ की फाइनल मंजूरी बाकी है। जैसे ही इसे हरी झंडी मिल जाएगी, Enteromix दुनिया का पहला पर्सनलाइज्ड mRNA कैंसर वैक्सीन बन सकता है। अगर यह वैक्सीन मंजूर हो जाती है, तो यह ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में बड़ी क्रांति लाएगी और लाखों कैंसर मरीजों के लिए नई उम्मीद की किरण बन सकती है।