धीरे-धीरे एक्सरसाइज़ कुशा की ज़िंदगी का जरूरी हिस्सा बन गई। सिर्फ फिटनेस के लिए ही नहीं, बल्कि खुद को मानसिक रूप से मजबूत महसूस कराने के लिए भी। उन्होंने कहा, “जिस-जिससे मैं मिली, सबने यही कहा कि एक्सरसाइज करनी पड़ेगी। इसका असर किसी और चीज से बेहतर होता है। इसलिए मैंने एक्सरसाइज़ को अपनी लाइफ से इस तरह जोड़ दिया कि मैं इसे अपने मेंटल हेल्थ के लिए कर रही हूं, न कि सिर्फ वजन घटाने के लिए।