पुणे39 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सिंह शुक्रवार को पुणे में हुए सदर्न कमांड डिफेंस टेक सेमिनार (STRIDE 2025) में बोल रहे थे।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सशस्त्र बलों के लिए एक रियलिटी चेक साबित हुआ है। इससे पता चला कि हमें भविष्य के लिए कई क्षेत्रों में अपनी ताकत को और मजबूत करने की जरूरत है।
सिंह पुणे में हुए सदर्न कमांड डिफेंस टेक सेमिनार (STRIDE 2025) में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से पता चला कि हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, एंटी ड्रोन सिस्टम, लो-लेवल रडार और बिना GPS वाले मिलिट्री-ग्रेड ड्रोन्स की कमी है। उन्होंने कहा,

इन क्षेत्रों में देश को आत्मनिर्भर बनाना बेहद जरूरी है। रक्षा मंत्रालय तुरंत जरूरी उपकरण खरीद रहा है, वहीं लंबे समय के लिए डीआरडीओ और निजी कंपनियों के साथ मिलकर स्वदेशी तकनीक पर काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इसका मकसद एलओसी पर और उसके पार मौजूद आतंकी बुनियादी ढांचे को सटीक और रणनीतिक तरीके से खत्म करना था।

सिंह ने मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ की
सिंह ने मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम की भी तारीफ की। उनके कहा कि ऑपरेशन के दौरान यह सिस्टम दुश्मन के ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोकने में बेहद प्रभावी रहा और बड़े नुकसान से देश को बचा लिया।
9 सितंबर- सेना प्रमुख बोले-जमीन पर कब्जा भारत में जीत का पैमाना
आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 9 सितंबर को कहा कि युद्ध के दौरान जमीन पर कब्जा ही भारत में जीत की असली ‘करेंसी’ या पैमाना है। इस वजह से थल सेना की भूमिका हमेशा सबसे अहम रहेगी।
जनरल द्विवेदी दिल्ली में ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा-

पिछले महीने अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। उन्होंने भी सिर्फ जमीन के आदान-प्रदान को लेकर चर्चा की।
आर्मी चीफ की यह टिप्पणी वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान के दो हफ्ते बाद आई है, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए हवाई शक्ति की अहमियत बताई थी।

4 अगस्त को आर्मी चीफ ने कहा था- अगला युद्ध जल्द हो सकता है

इससे पहले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 4 अगस्त को पाकिस्तान से जल्द ही दोबारा युद्ध होने की आशंका जताई थी। उन्होंने IIT मद्रास में ‘अग्निशोध’- इंडियन आर्मी रिसर्च सेल (IARC) के उद्घाटन समारोह में कहा- अगला युद्ध जल्द हो सकता है। हमें उसी के मुताबिक तैयारी करनी होगी और इस बार हमें यह लड़ाई मिलकर लड़नी होगी।
इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरकार ने हमें फ्री हैंड दिया था। ऑपरेशन में शतरंज की चालें चल रहे थे। हमें नहीं पता था दुश्मन की अगली चाल क्या होगी और हम क्या करने वाले हैं। ऐसे ही PAK को भी हमारी चाल का नहीं पता था। पूरी खबर पढ़ें…
———————-
ये खबर भी पढ़ें…
पूर्व सेना प्रमुख बोले- भारत और चीन के रिश्ते सुधर रहे

पूर्व सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा कि भारत-चीन संबंधों में सुधार होना संयोग की बात है। उम्मीद है कि चीन भी हमारी सद्भावना का जवाब देगा। इसलिए संबंधों को बेहतर बनाने के लिए राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर कई पहलों की घोषणा की गई है। पूरी खबर पढ़ें…