स्टडी यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी कॉन्ग्रेस, मैड्रिड में पेश की गई।इसमें स्पेन और इटली के 109 अस्पतालों से 8,505 मरीजों को शामिल किया गया।मरीजों को दो समूहों में बांटा गया – एक को बीटा ब्लॉकर्स दिए गए और दूसरे को नहीं। करीब 3.7 साल तक फॉलो-अप करने पर पता चला कि जिन महिलाओं को यह दवा दी गई, उनमें मौत, दोबारा हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर के लिए हॉस्पिटलाइजेशन का खतरा ज्यादा रहा।