भास्कर के ऑपरेशन यूट्रस के बाद बड़ा एक्शन हुआ है। नेपाल सीमा से सटे रक्सौल के 5 अस्पतालों को सील कर दिया गया है। यहां पर भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है। रक्सौल अनुमंडल के 150 से ज्यादा अस्पतालों में सर्चिंग के आदेश दिए गए है
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हमारी खबर के बाद पूर्वी चंपारण के DM सौरभ जोरवाल ने टीम गठित की। इसमें एक मजिस्ट्रेट, एक DSP, स्वास्थ्य विभाग को शामिल किया गया। छापेमारी के लिए पुलिसकर्मियों को भी लगाया गया था।


भास्कर की खबर के बाद मोतिहारी के सिविल सर्जन ने अस्पतालों को लेकर लेटर जारी किया है।
भास्कर की खबर के बाद एक्शन की तस्वीरें देखिए…

जांच में खामी मिलने के बाद रक्सौल के अस्पताल को सील किया गया है।

खबर के बाद एक अस्पताल संचालक ताला बंद कर के भाग गया। प्रशासन ने ताला तोड़कर कार्रवाई की है।

फर्जी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।

DM के आदेश के बाद रक्सौल अनुमंडल के 150 से ज्यादा अस्पतालों में सर्चिंग।
अब जानिए भास्कर के ऑपरेशन यूट्रस के बारे में

सबसे पहले ऑपरेशन यूट्रस पार्ट -1: इसमें भास्कर रिपोर्टर को इनपुट मिला था कि आयुष्मान योजना का पैसा हड़पने के लिए महिलाओं का यूट्रस निकाला जा रहा है। इसके बाद हमने यूपी-बिहार के 30 से ज्यादा अस्पताल को स्कैन किया। जिसमें 10 अस्पताल संचालकों ने हमसे यूट्रस सर्जरी में कमिशन की डील की। इन सभी अस्पतालों के संचालक 30 साल से कम उम्र की महिलाओं के यूट्रस भी निकालने को तैयार हो गए थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट

अब जानिए ऑपरेशन यूट्रस पार्ट-2 के बारे में: ऑपरेशन यूट्रस की पहली पड़ताल के दौरान हमें यह भी इनपुट मिला था कि नेपाल सीमा से सटे बिहार के शहरों में झोलाछाप डॉक्टर अनमैरिड लड़कियों का यूट्रस निकाल रहे हैं। इसकी पड़ताल के लिए भास्कर रिपोर्टर ने रक्सौल में पति-पत्नी बनकर 25 से ज्यादा अस्पतालों को स्कैन किया। यहां 10 अस्पताल संचालक हमें ऐसे मिले जो अनमैरिड लड़कियों के यूट्रस निकालने के लिए तैयार हो गए। 5 लोगों ने तो हमें डराया कि अपैंडिक्स भी निकलवा लीजिए कैंसर का टेंशन खत्म हो जाएगा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट