अप्रैल 2025 में प्रकाशित एक विस्तृत अध्ययन में 10,000 से अधिक अध्ययनों को खंगाला गया। इनमें से चुने गए 50 अहम रिसर्च ने यह साफ किया कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन D की मात्रा कम थी, उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा कई गुना ज्यादा था।31 अध्ययनों की मेटा-एनालिसिस में पाया गया कि जिनके शरीर में विटामिन D का स्तर सबसे ज्यादा था (करीब 80 ng/mL), उनमें कैंसर का खतरा 25% कम था।वहीं, नर्सेज हेल्थ स्टडी में सामने आया कि जिन महिलाओं ने पर्याप्त मात्रा में विटामिन D लिया, उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का रिस्क 58% तक कम था।