फर्जी मेजर बनकर लोगों से ठगी करने वाले आरोपी गणेश भट्ट को लेकर ऑपरेशन सेल की टीम राजस्थान और गुरुग्राम गई है। पुलिस का दावा है कि उसे जयपुर ले जाकर आर्मी यूनिफॉर्म बरामद करनी है और उसका मोबाइल भी गुरुग्राम से बरामद करना है। आरोपी 5 दिन के पुलिस रिमां
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क्राइम ब्रांच ने पहले आरोपी को गिरफ्तार किया था और जांच में पता चला कि गणेश भट्ट चंडीगढ़ के एक पुलिस इंस्पेक्टर के संपर्क में था और उसके साथ आता-जाता था। इसके अलावा आरोपी बड़े अधिकारियों से फोन और वॉट्सऐप चैट करता था और उनके साथ खाना भी खा चुका है।
हालांकि, पुलिस ने अब तक यह नहीं बताया कि ये कौन से अधिकारी हैं। आरोपी का मोबाइल फोन जब बरामद होगा, तो इससे और कई राज खुल सकते हैं।

ऑपरेशन सेल चंडीगढ़।
फर्जी मेजर गणेश पर 3 राज्यों में केस दर्ज आरोपी गणेश भट्ट के खिलाफ सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं, बल्कि पंचकूला और मेरठ में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं।
19 अप्रैल 2023 को मेरठ में उसे मिलिट्री इंटेलिजेंस ने फर्जी मेजर बनकर घूमते हुए पकड़ा था। उसके पास से आर्मी की वर्दी और अन्य सामान भी बरामद हुआ।
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे लेता था। इसके अलावा वह लड़कियों से वीडियो कॉल पर आर्मी की वर्दी में बात करता था,
ताकि खुद को असली मेजर साबित कर सके। वर्दी पर नाम भी अलग-अलग लिखा था एक पर गणेश कुमार और दूसरी पर गणेश दहिया।
दो बार रिमांड किया खारिज आरोपी गणेश भट्ट जब क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में था, उस दौरान पुलिस ने दो बार कोर्ट में 7-7 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन गणेश भट्ट के वकील ने इसका विरोध किया।
इसके बाद रिमांड याचिका खारिज कर दी गई। उस समय क्राइम ब्रांच ने कहा था कि उन्हें जयपुर ले जाकर आर्मी यूनिफॉर्म बरामद करनी है और उसका मोबाइल भी गुरुग्राम से बरामद करना है।