नई दिल्ली17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सुप्रीम कोर्ट में CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने के आरोपी वकील राकेश किशोर कुमार को दिल्ली पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत से रिहा कर दिया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है और उनसे बातचीत के बाद उनकी सहमति पर वकील को रिहा कर दिया गया है। वकील से तीन घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान, दिल्ली पुलिस सिक्योरिटी यूनिट और नई दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में ही वकील से पूछताछ की।
घटना उस समय हुई, जब सीजेआई की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि वकील ने सीजेआई की तरफ जूता फेंका। हालांकि जूता उनकी बेंच तक नहीं पहुंच सका। सुरक्षाकर्मियों ने फौरन उसे पकड़ लिया।
घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने आरोपी वकील का लाइसेंस रद्द कर दिया है। उसका रजिस्ट्रेशन 2011 का है। इसके साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने भी आरोपी को तुरंत निलंबित कर दिया।
आज की अन्य बड़ी खबरें…
कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ आरोपी, 48 साल बाद बरी
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 1977 में अपहरण के एक मामले में आरोपी को 48 साल बाद कोर्ट ने बरी कर दिया। आरोपी वीरपाल जसवंत वाल्मीकि पूरे ट्रायल के दौरान फरार रहा और कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। मामला 9 मार्च 1977 को दर्ज हुआ था। आरोपी पर आरोप था कि उसने उल्हासनगर के झोपड़पट्टी इलाके से 16 साल की एक लड़की को जबरन शादी के लिए अगवा किया था। इस केस में अपहरण और महिला को शादी के लिए अगवा करने के मामले में केस दर्ज किया गया था।
12 साल से जहां काम कर रहे वहीं से टिकट खरीदा, जीते 25 करोड़
केरल के थाइकट्टुस्सेरी के रहने वाले शरत नायर ने केरल राज्य लॉटरी विभाग की थिरुवोनम बंपर लॉटरी में 25 करोड़ रुपए का पहला इनाम जीता है। शरत ने बताया कि जब 3 अक्टूबर को लॉटरी के नतीजे आए तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि उनके पास ही विजेता टिकट है। यह पहली बार था जब उन्होंने बंपर लॉटरी का टिकट खरीदा। छोटे-मोटे टिकट भी वे बहुत कम ही लेते हैं। उन्होंने जिस नेट्टूर की दुकान से टिकट खरीदा, वे वहां 12 साल से काम कर रहे हैं।