जापान के वैज्ञानिक सोमेया और उनकी टीम के अनुसार, केले के छिलके में गैलोकैटेचिन नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो शरीर को भीतर से डिटॉक्स करने और रोगों से लड़ने में मदद करता है। वहीं, इंडोनेशिया में हुई रिसर्च के मुताबिक, छिलके में मौजूद फ्लावोनोइड्स, टैनिन और सैपोनिन जैसे तत्व फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। यही फ्री रेडिकल्स शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।