इस अध्ययन में इजराइल के Sheba Medical Center के 23 हजार से ज्यादा मरीजों और लगभग 33 हजार अस्पताल रिकॉर्ड्स का विश्लेषण किया गया। रिसर्च में पाया गया कि जिन मरीजों की आंतों में Clostridioides difficile (C. difficile) नाम का बैक्टीरिया बिना किसी लक्षण के मौजूद था, उन्हें अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान गंभीर संक्रमण होने का खतरा कहीं ज्यादा रहा। यानि कि जिन लोगों में यह बैक्टीरिया पहले से चुपचाप मौजूद है, वे पहले ही उच्च-जोखिम वाले मरीज होते हैं।दूसरी ओर, जिनमें यह बैक्टीरिया नहीं है, उनमें एंटीबायोटिक्स के लगातार या लंबे समय तक इस्तेमाल से संक्रमण का खतरा दोगुना हो जाता है।