ग्वालियर . मातृत्व का सम्मान और माताओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए जेएएच एवं सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में अब ब्रेस्ट फीडिंग कॉर्नर (स्तनपान कक्ष) स्थापित किए जाएंगे। इन कक्षों का उद्देश्य अस्पताल में कार्यरत ऐसे महिला कर्मचारी/अधिकारी, मरीज, अटेंडर जो नवजात शिशु को स्तनपान करा रही हैं, उन्हें अपने नवजात शिशुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और निजी वातावरण में स्तनपान कराने की सुविधा प्रदान करना है। जीआरएमसी के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि मातृत्व केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भावनाओं, जिम्मेदारियों और स्नेह का प्रतीक है। इसके साथ ही चिकित्सालय में आने वाली माताओं के गरिमा व सम्मान के लिए आवश्यक है कि माताओं को खुले या असुविधाजनक स्थानों पर अपने बच्चों को दूध पिलाने की विवशता नहीं होनी चाहिए।