हमारी त्वचा में मेलानिन (Melanin) नाम का पिगमेंट होता है, जो न सिर्फ रंग तय करता है बल्कि UV किरणों से सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। गहरी त्वचा वालों में मेलानिन ज्यादा होता है, इसलिए उनकी त्वचा सूरज की रोशनी को कुछ हद तक झेल लेती है।वहीं, गोरी त्वचा वालों में मेलानिन की मात्रा कम होने से UV किरणें सीधे डीएनए को नुकसान पहुंचा देती हैं और यही नुकसान आगे चलकर कैंसर कोशिकाओं में बदल सकता है।